मैं उज्ज्वल कुमार सिंह और आपका उज्ज्वल हेल्थकेयर में स्वागत है। हमेशा के तरह आज आपके बीच स्वास्थ्य रीलेटेड जानकारियां लेकर आया हूं। पूरे विश्व अभी कोरोना महामारी से जूझ रही है। अभी जो डाटा सामने आ रही है उसके मुताबिक अधिकतर संक्रमित व्यक्ति ठीक हो जा रहे हैं। जो भी इस बीमारी से मर रहा है उसमे सबसे बड़ा एक समस्या देखी जा रही है। मृत होने से पहले मरीज का लगातार ऑक्सीजन लेवल गिर जाता है। इस समय आपको ऑक्सीजन लेवल का खासा ध्यान रखना चाहिए और उचित उपाय करना चाहिए।
बता दूं की कोरोना वायरस के अधिकतर मरीजों की मौत सांस की कमी से हो रही है। पिछले महीने कोरोना के मरीजों में ऑक्सीजन लेवल कम होने के अधिक मामले देखे गए। यही वजह थी कि मरीजों को अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति की भारी कमी का सामना करना पड़ा। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ऑक्सीजन लेवल की निगरानी करना और समय पर इलाज कराने से मरीज की जान को बचाया जा सकता है।
कोरोना से सांस का कनेक्शन
कोरोना मोटामोटी अगर देखें तो एक सांस की बीमारी है , यही वजह है कि यह श्वसन प्रणाली के स्वस्थ कार्यों को बाधित करती है और कभी-कभी ऑक्सीजन के निम्न स्तर का कारण बन सकती है। कोरोना लंग्स को एफेक्ट करती है। जब कोरोना वायरस संक्रमण के कारण शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है, तो शरीर की कोशिकाओं को सामान्य शारीरिक कार्य करने के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती है।
ऑक्सीजन का स्तर कम होने से शरीर के विभिन्न अंग विफल होने लगते हैं। यही कारण है कि अगर समय पर इलाज नहीं किया गया तो कोरोना से मौत हो सकती है।
कोरोना के मरीजों में ऑक्सीजन लेवल कम होने के संकेत
कोरोना संक्रमण के मामले में हमेशा ऑक्सीजन लेवल कम होना जैसी परेशानी नहीं होती है। इसमें हल्का बुखार, खांसी और गंध और स्वाद की कमी जैसे लक्षण भी शामिल हो सकते हैं।
हालांकि, जिन लोगों को सांस लेने में कठिनाई होती है या किसी भी समय सांस फूलने का अनुभव होता है, उन्हें अस्पताल ले जाना चाहिए और चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए।
सांस लेने में कठिनाई
हाइपोक्सिया या कम ऑक्सीजन का स्तर सांस की तकलीफ, सांस लेने में कठिनाई और सांस फूलने जैसे लक्षणों से जुड़ा हो सकता है। ऐसे में रोगी के शरीर के लिए सामान्य रूप से कार्य करना मुश्किल हो जाता है। इसके लिए तत्काल चिकित्सा ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है।
सीने में दर्द
शरीर में कम ऑक्सीजन का स्तर सीने में दर्द और जमाव के लक्षण भी पैदा कर सकता है, जिसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। ऐसे लक्षण महसूस होने पर आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। अगर हल्का दर्द हो रही है तो घबराने की जरूरत नहीं है। ये दर्द एसिडिटी हो जाने के कारण भी हो सकता है। ऐसे स्थिति होने पर डॉक्टरों का परामर्श लें।
भ्रम की स्थिति
शरीर में ऑक्सीजन का स्तर शरीर के सामान्य कार्य को करना सुनिश्चित करता है , ऑक्सीजन के स्तर में कमी से सोचने और ध्यान केंद्रित करने में असमर्थता हो सकती है। इसलिए भ्रम और सिरदर्द एक निर्धारित संकेत हो सकते हैं। ऐसे में घबराएं नहीं और उचित उपाय करना ना भूलें।
नीले होंठ
बता दें ये बात बहुत लोगों को पता नहीं रहती है। होठों का नीला पड़ना या उनका रंग खराब होना शरीर में कम ऑक्सीजन के स्तर का संकेत हो सकता है। इसे सायनोसिस के रूप में भी जाना जाता है। जिन लोगों में पर्याप्त ऑक्सीजन की कमी होती है, उनके होंठ नीले हो सकते हैं।
ऐसी स्थिति में ऑक्सीजन बढ़ाने के मापदंडों का पालन करना सुनिश्चित करें।
नाक का फड़कना
शरीर में कम ऑक्सीजन का स्तर आपको सांस लेने के लिए हांफता हुआ छोड़ सकता है। इस दौरान एक संकेत के रूप में नाक का फड़कना नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। जब सांस लेते समय नासिका मार्ग के ज्यादा फैलते हैं, तो यह संकेत दे सकता है कि एक व्यक्ति के शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम है और उसे ठीक से सांस लेने में कठिनाई हो रही है। कठनाई होने पर ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन लेवल जरूर चेक करें।